Eklavya School :वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023-24 के केंद्रीय बजट में 7 हजार से ज्यादा एकलव्य स्कूल खोलने का ऐलान किया है। यह स्कूल ग्रामीण और अनुप्रयुक्त क्षेत्रों में स्थापित होंगे ताकि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की समीक्षा में समर्पित किया जा सके। एकलव्य स्कूलों की विशेषता यह है कि वह विद्यार्थियों को भौतिक शिक्षा, कला, और विज्ञान में सामग्री से लाभान्वित करने का अवसर प्रदान करेंगे। इससे न केवल शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जिससे समृद्धि में सुधार होगा।
Eklavya School वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए बजट ऐलान में, 2023-24 में 7 हजार से अधिक एकलव्य स्कूल की स्थापना का विवरण दिया गया है। इस महत्वपूर्ण पहल से देशभर में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (EMRS) की बड़ी संख्या में उत्पन्न होगी। इससे 8 हजार से अधिक शिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ को नौकरी मिलेगी,
Eklavya School जो रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा। EMRS, विशेषतः स्कूल ट्राइबल कम्युनिटी के छात्रों के लिए हैं और इनका मुख्य उद्देश्य उन्हें शिक्षा और सामाजिक विकास के समृद्धि मार्ग पर लाना है। इन स्कूलों की डिटेल्स और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए tribal.nic.in पर जांच की जा सकती है। EMRS को राज्य सरकारों के अधीन स्थिति में, सेंट्रल गवर्नमेंट से वित्तीय सहायता मिलती है।
Eklavya School वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट 2023-24 के दौरान किए गए ऐलान में 7,000 से अधिक एकलव्य स्कूलों के निर्माण की बात होने से, एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यह स्कूल विशेष रूप से शेड्यूल ट्राइब छात्रों के लिए होंगे, जिन्हें उच्च शिक्षा के लिए तैयार करने का उद्देश्य है। इस पहल के माध्यम से 8,000 से अधिक शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को रोजगार का सुनहरा अवसर मिलेगा। एकलव्य स्कूलों का मॉडल रेजिडेंशियल फॉर्मेट, जिन्हें EMRS कहा जाता है, शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाता है।
Eklavya School इन स्कूलों का मुख्य लक्ष्य ट्राइबल कम्युनिटी के छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी शिक्षा और सामाजिक समृद्धि के साथ पूरी तरह समर्पित करना है। इस प्रक्रिया में, राज्य सरकारों को सेंट्रल गवर्नमेंट से वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जिससे इस पहल को सफलता मिलने की उम्मीद है। EMRS की डिटेल्स और स्कूल से जुड़ी अपडेट्स के लिए आप tribal.nic.in पर जा सकते हैं।
Eklavya School बजट के जारी होने के बाद एकलव्य स्कूलों पर चर्चा में हो रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए ऐलान के अनुसार, 2023-24 में 7,000 से अधिक एकलव्य स्कूल खोले जाएंगे। ये स्कूल विशेषतः शेड्यूल ट्राइब के छात्रों के लिए होंगे और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए तैयार करने का मुख्य उद्देश्य है।
Eklavya School एकलव्य स्कूल, जो EMRS (एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल) भी कहे जाते हैं, 1997-98 में स्थापित हुए थे। इन स्कूलों का मॉडल रेजिडेंसी फॉर्मेट विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों में पूरी तरह समर्पित है और छात्रों को भौतिक शिक्षा, कला, और विज्ञान में सामग्री से लाभान्वित करने का अवसर प्रदान करता है।
Eklavya School इन स्कूलों के माध्यम से न केवल शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि इससे 8,000 से अधिक शिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ को रोजगार का सुनहरा मौका मिलेगा। EMRS का मुख्य लक्ष्य शिक्षा और सामाजिक समृद्धि के माध्यम से ट्राइबल कम्युनिटी के छात्रों को समृद्धि की राह पर लाना है। इस पहल के राह-बटाने में राज्य सरकारें सेंट्रल गवर्नमेंट से वित्तीय सहायता प्राप्त करेंगी। EMRS स्कूलों के विविध पहलुओं और उनके छात्रों की प्रगति की अधिक जानकारी के लिए आप tribal.nic.in पर जांच सकते हैं।
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