Bhai Dooj 2023 :·दोस्तों आज भाई दूज के इस पावन मौके पर भाई-बहन के प्यार और आत्मविश्वास की मिठास को साझा करना विशेष है। यह त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, और यह साझेदारी और प्रेम का महत्वपूर्ण पल है। आप सभी को भाई दूज की हार्दिक शुभकामनाएं! आइए इस दिन के महत्व को विस्तार से जानते है
दोस्तों आज की इस आर्टिकल में bhai dooj के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे की भाई दूज क्यों मनाया जाता है और यह इस दिन का महत्व क्या है और आपको यह भी जानकारी देंगे कि भाई दूज का त्यौहार की शुरुआत कैसे हुई ।
Bhai dooj कब है 2023
Bhai Dooj 2023 चारों तरफ दिवाली की धूम मची हुई है और इस त्यौहार का समापन भाई दूज 2023 के आने पर ही होता है तो आईए जानते हैं कि भाई दूज का एक ऐसा त्यौहार है जो भाई बहनों को रिश्तो को मजबूती देता है और भाई बहन के प्रेम का यह प्रतीक है त्यौहार अपने भाई के माथे पर तिलक करती है और साथ में ही इस बात की भी प्रार्थना करती है कि उनके भाई का उम्र लंबी हो और इसके बदले भाई अपनी बहन को कोई भी सुंदर सा गिफ्ट देते हैं.
भाई दूज जो 2023 का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है और इस बार भाई दूज का त्यौहार का जो तिथि है वह 15 नवम्बर को है।
Bhai dooj कि शुरूवात कैसे हुए
Bhai Dooj 2023 भाई दूज का आदान-प्रदान हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। एक प्रमुख कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण के भईया, सुबध्रा, ने अपने भाई, भगवान श्रीकृष्ण का स्वागत करने के लिए तिलक और कलावा बांधकर उनका स्वागत किया था। इस घड़ी को भाई दूज कहा जाता है और इसे भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है।
इसके अलावा, एक और प्रसिद्ध कथा के अनुसार, भगवान यमराज ने अपनी बहन, यमुना, के लिए भाई द्वितीय का दिन चुना और वहां उनका स्वागत किया था। यमराज ने अपनी बहन के लिए विशेष रूप से पूजा करने के लिए भी भाई दूज Bhai Dooj 2023 को आरंभ किया था।
इस तरह, भाई दूज एक प्यार और समर्पण का उत्कृष्ट दिन है जो भाई-बहन के बीच में गहरा और सजीव संबंध को मनाने का अवसर प्रदान करता है।
भाई दूज पर बनी भाइयों को नारियल क्यों देती है
Bhai Dooj 2023 भाई दूज पर बहनें अपने भाइयों को नारियल देती हैं क्योंकि यह एक पौराणिक परंपरागत प्रथा है जो भारतीय सांस्कृतिक दृष्टिकोण से उत्पन्न हुई है।
प्रतिष्ठान्त के अनुसार, भगवान विष्णु ने राक्षस राजा Bhai Dooj 2023 बलि को वमन रूप में विश्वनाथ के रूप में आसन के लिए प्राप्त किया था। इस प्रक्रिया में, राक्षस राजा ने विश्वनाथ के पैरों के नीचे नारियल रखा था, जिसका अर्थ था कि वह स्वीकृति दे रहा है।
इस पौराणिक कथा के आधार पर, भाई दूज पर बहन भाइयों को नारियल देती हैं ताकि वह भाई के लिए समृद्धि, सौभाग्य और शुभकामनाएं प्रतीत करे। इसके अलावा, नारियल को उपहार के रूप में देना भी समृद्धि और समृद्धि की प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के हम इस आर्टिकल में आपको भाई दूज Bhai Dooj 2023 के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर दिए हैं भाई दूज क्यों मनाया जाता है इसके पीछे के रहस्य को बता दिए हैं अगर आपको इससे जुड़ा कोई भी सवाल हो तो नीचे हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका तहे दिल से धन्यवाद।
ये भी पढ़ें:–Bhai Dooj 2023 :- भाई दूज क्यों मनाया जाता है,भाई दूज की कहानी हिंदी में
Content : कंटेंट क्या है एक अच्छा कंटेंट आप किस तरह से लिख सकते हैं लिखने का सही तरीके को जानिए ।