Computer Memory : कंप्यूटर मेमोरी क्या है इसके प्रकारों एवं कार्यों को विस्तार पूर्वक जानिए ।

Computer Memory :–कंप्यूटर के अध्ययन में आपको जिस तरीके से हमने पहले बताया था कि कंप्यूटर क्या है कंप्यूटर के वर्गीकरण के बारे में उसके विशेषताएं के बारे में उसकी भाषा के बारे में Computer Memory संरचनाओं इत्यादि सब के बारे में आपको विस्तार से बता दिया गया था अब हमे इससे आगे की जानकारी के लिए बढ़ना है ।

इसलिए को आगे बढ़ते हुए हम आप लोगों को विस्तार से बताएंगे कि Computer Memory क्या है ? जिस तरह से मनुष्य के दिमाग में मेमोरी होता है बिल्कुल उसी तरह कंप्यूटर के अंदर भी एक Memory होता है

जैसा हमारे मस्तिष्क के अंदर हमारे तहत देखा गया सुना गया पढ़ा गया मां और महसूस किया गया हर तरह का डाटा का सहित का रखने के लिए उसमें Computer Memory मेमोरी की आवश्यकता होती है, बस इसी तरह कंप्यूटर में भी आप जो जो काम करते हैं उसे काम को सहेज कर रखने के लिए उसमें मेमोरी की जरूरत पड़ती है कोई भी इलेक्ट्रॉनिक आइटम हो जिस पर आप कोई उत्तर से करते हैं यह से करना होता है उसमें मेमोरी की जरूरत पड़ती है

मेमोरी की क्षमता 4 MB से लेकर 256 MB या फिर से ज्यादा ही हो सकता है और यह डिवाइस इनपुट डिवाइस के तहत निर्देशों को प्राप्त कंप्यूटर में संग्रहित करके रखता है और इसे कंप्यूटर का याददास भी कहा जाता है computer की मेन मेमोरी –

प्राइमरी मेमोरी kya hai

Computer Memory प्राइमरी मेमोरी, जिसे आमतौर से “रैम” या “रैंडम एक्सेस मेमोरी” कहा जाता है, एक कंप्यूटर सिस्टम में स्थित मेमोरी के प्रमुख प्रकार में से एक है। यह कंप्यूटर को चलाने के लिए आवश्यक डेटा और इंस्ट्रक्शन्स को संचित करने के लिए उपयोग होती है, और इसमें वर्तमान में काम कर रही प्रोग्राम्स और डेटा होते हैं। प्राइमरी मेमोरी वॉलेटाइल होती है, यानी इसमें डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित नहीं किया जा सकता है, और इसमें बिना विद्वेषीय पहुंच के डेटा को खो देने का खतरा होता है।

Computer Memory

Computer Memory प्राइमरी मेमोरी का दूसरा नाम “मेन मेमोरी” भी है, जो सीधे प्रोसेसर द्वारा तक पहुंची जा सकती है। यह कंप्यूटर के गतिशीलता और प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है। प्राइमरी मेमोरी के दो प्रमुख प्रकार हैं: RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) और ROM (रीड-ऑनली मेमोरी)। RAM विनम्र होती है और प्रयुक्त डेटा को स्थानीय संग्रहण के लिए प्रदान करती है, जबकि ROM मेमोरी में स्थित डेटा विशेषज्ञता और स्थायिता के साथ संग्रहित होता है, और यह सिस्टम की शुरुआत में लोड होता है।

हिस्ट्री ऑफ़ रैम क्या है

रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) का इतिहास बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह कंप्यूटर तकनीकी में एक क्रांतिकारी बदलाव है और कंप्यूटर सिस्टम्स के कार्यात्मक स्तर को बढ़ाता है।

Computer Memory RAM का प्रारंभ 1950 के दशक में हुआ था। इससे पहले, प्राधिकृतिक कंप्यूटरों में प्रमुख रूप से ट्यूब्स और बेल्ट्स का उपयोग होता था, जो स्थायी मेमोरी के रूप में कार्य करते थे।

Computer Memory मैग्नेटिक कोर मेमोरी, जो 1950 और 1960 के दशक में प्रमुख थी, थोड़ी समय के लिए स्थिति करती थी, लेकिन बाद में यह बदलकर रैंडम एक्सेस मेमोरी की दिशा में बदल गई।

डाइनामिक रैम (DRAM) और स्टैटिक रैम (SRAM) जैसी विभिन्न प्रकार की RAM तकनीकें विकसित हुईं, जो की स्थायीता और गतिशीलता में वृद्धि करने में मदद करती हैं।

समय के साथ, तकनीकी उन्नति ने रैंडम एक्सेस मेमोरी को और भी तेज, अधिक स्थायी, और सुरक्षित बनाया है, जिससे कंप्यूटरों को अधिक प्रदर्शन और कार्यात्मकता मिली है।

रैम और रैंडम एक्सेस मेमोरी क्या है

Computer Memory रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) कंप्यूटर सिस्टम की प्रमुख प्राइमरी मेमोरी है जिसमें कंप्यूटर द्वारा सीधे एक्सेस किए जा सकने वाले डेटा और इंस्ट्रक्शन्स संग्रहित होते हैं। इसे “रैंडम एक्सेस” कहा जाता है क्योंकि किसी भी समय पर किसी भी स्थान से इसमें डेटा तक पहुंचा जा सकता है, जिससे यह तेजी से और बड़े वॉल्यूम के डेटा को प्रोसेस करने में सक्षम होती है।

Computer Memory रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) का उपयोग चल रहे प्रोग्राम्स और कार्य के लिए डेटा संचित करने में होता है, जिससे प्रोसेसर को उपयोगकर्ता के अनुरोधों के अनुसार त्वरित रूप से और तात्कालिक डेटा तक पहुंचने में साहाय्य करता है। हालांकि, इसमें संग्रहित डेटा को बिजली की आपूर्ति के साथ ही खो देने का खतरा होता है, क्योंकि यह वॉलेटाइल होती है और बिजली की आपूर्ति को बंद करने पर उसमें संग्रहित डेटा होमोनियस रूप से मिट जाता है

Ram की जरूरत

Computer Memory  RAM (रैंडम एक्सेस मेमोरी) की आवश्यकता कंप्यूटर सिस्टम में कई कारगर कारणों से होती है:

1. कार्यक्षमता में सुधार: RAM कंप्यूटर की कार्यक्षमता में सुधार करने में मदद करती है, क्योंकि इसमें स्थानीय तौर पर काम कर रहे प्रोग्राम्स और डेटा संग्रहित होते हैं जिन्हें प्रोसेसर त्वरिती से और साहित्य तक पहुंच सकता है।

2. मल्टीटास्किंग: अगर आप कई प्रोग्राम्स और टास्क्स को एक समय में चला रहे हैं, तो ज्यादा RAM का उपयोग होता है ताकि सभी प्रोग्राम्स त्वरिती से चल सकें और सिस्टम स्मूथली काम कर सके।

3. एप्लीकेशन्स और गेम्स के लिए: बड़े एप्लीकेशन्स और हाई-एंड गेम्स को त्वरिती से चलाने के लिए अधिक RAM की आवश्यकता होती है।

4. अनुप्रयोगों के लिए स्थायीता: स्थायीता के लिए RAM आवश्यक है ताकि प्रोसेसर संचित डेटा को इसमें अस्थायी रूप से संग्रहित कर सके और त्वरित रूप से इसका प्रयोग कर सके।

5. ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए: ऑपरेटिंग सिस्टम को स्मूथली चलाने के लिए RAM की आवश्यकता है।

इन सभी कारणों से एक प्रचलित निर्दिष्ट कारण यह है कि कंप्यूटर में अधिक RAM होना उपयुक्त है ताकि सिस्टम सही से काम कर सके और उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन अनुभव मिले।

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DISCLAIMER

आज किस आर्टिकल में हमने आपको मेमोरी के बारे Computer Memory में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर दी है आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आए तो इसे शेयर जरूर कीजिएगा इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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