Kaushal Dikshant Samaroh 2023 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कौशल दीक्षांत समारोह को एक वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया। इस उत्कृष्ट कार्यक्रम में पूरे देश से कौशल विकास संस्थानों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया। समारोह में लगभग 10,60,000 छात्रों को कौशल विकास की विभिन्न श्रेणियों में प्रमाण पत्र प्राप्त हुए, और टॉपर्स को विशेष सम्मान दिया गया। यह कदम देश में कौशल विकास को प्रोत्साहित करने और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मानक स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कौशल दीक्षांत समारोह में टॉपर्स को सम्मानित करते हुए पुरस्कार प्रदान किए। छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, अल्पकालिक कौशल प्रशिक्षण, प्रशिक्षुता, निस्बड, और अन्य योजनाओं से कौशल-आधारित शिक्षा प्राप्त की। मंत्री ने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में इन कौशल संस्कृति को प्रमोट करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की जरूरत बताते हुए अगले साल कक्षा 3, 4, 5, 6, 9, और 11 के लिए नई पाठ्यपुस्तकों की योजना की बात की।
स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल पर 4 करोड़ पंजीकरण–Kaushal Dikshant Samaroh 2023
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार, कौशल विकास को प्राथमिकता देने की सिफारिश पहले ही की गई थी, जिसे केंद्रीय मंत्री प्रधान ने बढ़ावा दिया है। उन्होंने बताया कि यह नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 6 से आगे कौशल विकास का हिस्सा बनेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय में भी कौशल विकास को पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाएगा।
मंत्री ने बताया कि सरकार ने हाल ही में स्किल इंडिया Kaushal Dikshant Samaroh 2023 डिजिटल पोर्टल लॉन्च किया है और लगभग 4 करोड़ छात्रों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। यह एक कदम है जो विद्यार्थियों को इंडस्ट्री रेडी कौशलों में सुरक्षित करने के लिए किया जा रहा है और नई शिक्षा नीति के लक्ष्यों की साधना में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कौशल शिक्षा और विकास में भारत की वृद्धि के बारे में बातें कीं। उन्होंने विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर बधाई दी और भारत के भविष्य को आकार देने में कौशल विकास की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रमोट किया। प्रधानमंत्री ने इस संयुक्त दीक्षांत समारोह की सराहना की और इसे समकालीन भारत की उभरती प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करने वाली एक उल्लेखनीय पहल बताया। उनकी संबोधन के माध्यम से साफ होता है कि सरकार कौशल विकास को एक महत्वपूर्ण योजना मानती है और इसमें युवाओं को सशक्त बनाने का संकल्प है।
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 भारत के युवाओं को सशक्त बनाने का लक्ष्य
भारत सरकार का मुख्य लक्ष्य है देश के युवाओं को सशक्त बनाना और उन्हें अच्छे कौशलों के साथ समृद्धि में योगदान करने के लिए तैयार करना। कौशल विकास के माध्यम से नौकरीयों में सुधार, उच्च शिक्षा में पहल, और उद्यमिता को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजनाएं और अन्य स्किल इंडिया पहलों के माध्यम से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर रही हैं।
यह योजनाएं उन्हें नए और नवाचारी कौशलों से Kaushal Dikshant Samaroh 2023 अवगत कराती हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने पैरों पर खड़े हो सकें। सरकार ने कौशल शिक्षा को देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका देने का दृढ़ संकल्प किया है, जिससे युवा पीढ़ी न केवल नौकरी पाएगी बल्कि उनकी योगदानक्षमता भी बढ़ेगी, जिससे देश को सुदृढ़ता और समृद्धि की दिशा में मजबूती मिलेगी।
वैश्विक कौशल मानचित्र का अग्रदूत है भारत .Kaushal Dikshant Samaroh 2023
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 भारत वैश्विक कौशल मानचित्र के अग्रदूत है, जिसमें युवा पीढ़ी नए और आवश्यक कौशलों को सीखने के लिए प्रेरित हो रही है। सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए अनेक पहलों की शुरुआत की है, जिसमें शिक्षा, उद्यमिता, तकनीकी प्रशिक्षण, और विशेषज्ञता को प्रमोट किया जा रहा है।
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 कौशल विकास के माध्यम से युवा पीढ़ी को नौकरीओं में सुधार, स्वावलंबन, और उच्च शिक्षा की बेहतर संभावनाएं मिल रही हैं। सरकार के योजनाओं ने उन्हें नए विभागों में प्रवेश करने और खुद को सशक्त करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है। इससे भारत वैश्विक मानकों के साथ समर्थ बन रहा है और विश्व बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बना जा रहा है।
कौशल विकास में क्रांति लाना–Kaushal Dikshant Samaroh 2023
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 प्रधानमंत्री मोदी ने नौकरी परिदृश्य के तेजी से बदलते माहौल को देखते हुए स्किलिंग, अपस्किलिंग, और री-स्किलिंग की महत्वपूर्णता पर बल दिया। उन्होंने उद्योग, अनुसंधान और कौशल विकास संस्थानों को मौजूदा मांगों से जोड़ने को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री ने नए आईटीआई की स्थापना करने और मौजूदा संस्थानों को मॉडल आईटीआई में बदलने की बात की। उन्होंने कौशल विकास को सीमित क्षेत्रों से बाहर बढ़ाकर ड्रोन प्रौद्योगिकी और पारंपरिक शिल्प जैसे अनूठे क्षेत्रों में विस्तारित करने की आवश्यकता को हाइलाइट किया।
10 लाख से ज्यादा छात्रों को मिला प्रमाणपत्र·Kaushal Dikshant Samaroh 2023
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 डीजीटी शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (सीजीटी) के 2 वर्षीय पाठ्यक्रम के टॉपर्स छात्रों को सम्मानित करने के दौरान एक ऐतिहासिक समारोह का आयोजन किया गया। इसमें 10 लाख से अधिक छात्रों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए, जो उत्तीर्ण प्रतिशत 88% के साथ आई। परीक्षा में पश्चिम बंगाल और केरल के छात्रों ने टॉप किया।
विभिन्न राज्यों से छात्रों ने 10 विभिन्न ट्रेडों में पुरस्कार Kaushal Dikshant Samaroh 2023 जीते, जिनमें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, और बिहार शामिल हैं। विकलांग छात्रों को भी खास पुरस्कार प्रदान किए गए, जो इस प्रशिक्षण योजना के तहत अपनी क्षमताओं का परिचय कराने का एक उत्कृष्ट परिषद दिखाते हैं। यह समारोह एक सकारात्मक प्रक्रिया है जो युवा पीढ़ी को उच्च कौशल स्तर पर पहुंचाने की कड़ी मेहनत को समर्पित है।
Kaushal Dikshant Samaroh 2023 इस समारोह में, देशभर से आए विभिन्न क्षेत्रों के कौशल विकास संस्थानों के छात्रों को साकारात्मक परिचय और उनकी साहसपूर्ण प्रदर्शनी को मान्यता दी गई। यह समारोह स्किल डेवलपमेंट की महत्वपूर्णता को बताता है और उन छात्रों को प्रेरित करता है जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को बधाई दी और उनके सफलता के पीछे की मेहनत की सराहना की। उन्होंने युवाओं को अपने कौशलों का सही तरीके से उपयोग करने की सलाह दी और विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त करने के लिए उन्हें समर्थन जताया।
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