Kharna Prasad Chhath Puja 2023 :- Hello दोस्तों आज हम आपको छठ पूजा का आयोजन विशेष रूप से बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश राज्यों में किया जाता है और यह दो-दिवसीय त्योहार है। पहले दिन को छठी और दूसरे दिन को सातमी कहा जाता है। छठ पूजा अक्टूबर या नवम्बर के महीने में होती है, जब सूर्योदय और सूर्यास्त का समय अधिक होता है।
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 छठ पूजा का दूसरा दिन, जिसे सातमी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन व्रती अपने परिवार के साथ समूचे दिन का उपवास करते हैं और संध्या के समय आराधना करते हैं। इसमें सूर्योदय और सूर्यास्त के समय व्रती गंगा घाट जाकर सूर्य देवता की पूजा करते हैं और व्रत को समाप्त करते हैं।
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 छठ पूजा बहुत धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्णता का सुरक्षित करने वाला एक पारंपरिक त्योहार है और यह उत्तर भारतीय राज्यों में विशेष रूप से मनाया जाता है।
छठ पूजा का खरना का प्रसाद ग्रहण कर शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला व्रत। Kharna Prasad Chhath Puja 2023
निर्जला व्रत में 36 घंटे के बाद खाने का प्रसाद ग्रहण करना एक धार्मिक प्रथा हो सकती है, जिसमें व्रती व्यक्ति एक निर्जला (नल और जल) व्रत का पालन करता है। यह व्रत कई धार्मिक संस्कृतियों और धर्मों में हो सकता है, जैसे कि हिन्दू और जैन धर्म।
इस प्रकार के व्रत में भक्त एक निर्जला व्रत के दौरान जल नहीं पीता और एक ही महत्वपूर्ण समय तक बिना भोजन के रहता है। 36 घंटे के बाद प्रसाद ग्रहण करना इस व्रत को खत्म करने का एक हिस्सा हो सकता है।
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 कि यह सूचना सामान्य हो और स्थानीय धार्मिक परंपराओं और आपके व्यक्तिगत धार्मिक विचारों के आधार पर बदल सकती है।
छठ पूजा के खरना का मुहूर्त
छठ पूजा के Kharna Prasad Chhath Puja 2023 खाने का मुहूर्त विशेष रूप से पूजा के दो दिनों, छठी और सातमी, के दौरान महत्वपूर्ण है। इस मुहूर्त को स्थानीय पंचांग और धार्मिक परंपराओं के अनुसार माना जाता है। छठ पूजा के दौरान, सूर्योदय और सूर्यास्त के समय व्रती व्यक्ति अपने परिवार के साथ विशेष प्रकार के आहार तैयार करते हैं और छठी और सातमी को पूजा के बाद इसे खाते हैं।
मुहूर्त का सटीक समय स्थान, वर्ष, और स्थानीय पंचांग पर निर्भर करता है, इसलिए यह स्थानीय धार्मिक आदतों और पंचांग के साथ समर्पित होता है। आप अपने स्थानीय पंचांग या स्थानीय पूजा पंडित से संपर्क करके छठ पूजा के खाने के मुहूर्त की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
छठ पूजा 2023 दिन 2 सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 द्रिक पंचांग के अनुसार, खरना के दिन 18 अक्टूबर को सुबह 06:46 बजे सूर्योदय होगा और शाम 5 बजकर 28 मिनट पर सूर्यास्त होगा।
खरना के लिए ऐसे करें प्रसाद तैयार
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 खरना बनाने के लिए छठ पूजा के प्रसाद को तैयार करने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं।
- गेहूं की खीर: गेहूं की खीर छठ पूजा के प्रसाद का एक प्रमुख हिस्सा हो सकती है। आप गेहूं, दूध, और चीनी को मिलाकर खीर बना सकते हैं।
- छठी मैया की पूजा का खास प्रसाद: आप छठी मैया के प्रसाद के रूप में पूरी, लच्छा, और छठी मैया का प्रसाद तैयार कर सकते हैं।
- वाल्मीकि छठ पूजा की पूरी: विभिन्न धान्यों और उबटनों को मिलाकर बनी पूरी भी छठ पूजा में बनाई जाती है।
- फल सलाद और खीरा रायता: स्वादिष्ट फल सलाद और खीरा रायता भी पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में परोसे जा सकते हैं।
- पुआ और ठेकुआ: पुआ और ठेकुआ भी छठ पूजा के लिए प्रसाद के रूप में बनाए जा सकते हैं।
- नारियल और दूध का प्रसाद: नारियल का दूध और मिठा दूध भी पूजा के प्रसाद के रूप में बना सकते हैं।
ये सभी विभिन्न प्रकार के प्रसाद हो सकते हैं और इसे आप अपनी प्राथनाओं और परंपराओं के अनुसार तैयार कर सकते हैं।
खरना के लिए ऐसे करें प्रसाद तैयार
छठ पूजा के लिए प्रसाद Kharna Prasad Chhath Puja 2023 तैयार करने के लिए आप निम्नलिखित रेसिपीज का पालन कर सकते है।
- छठी मैया की पूजा का खास प्रसाद: छठी मैया के प्रसाद के रूप में बना स्वादिष्ट पुआ और ठेकुआ। इसके लिए आप गेहूं आटा, गुड़, और घी का उपयोग कर सकते हैं।
- गेहूं की खीर: गेहूं की खीर भी छठ पूजा के प्रसाद का हिस्सा बना सकती है। आप गेहूं, दूध, और चीनी का उपयोग करके खीर तैयार कर सकते हैं।
- छठी मैया की पूरी: छठी मैया की पूरी बनाने के लिए विभिन्न धान्यों और उबटनों को मिलाएं।
- फल सलाद और खीरा रायता: स्वादिष्ट फल सलाद और खीरा रायता भी पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में सेवित किए जा सकते हैं।
- नारियल और दूध का प्रसाद: नारियल का दूध और मिठा दूध भी पूजा के प्रसाद के रूप में बना सकते हैं।
इन रेसिपीज को अपनी परंपराओं और रुचियों के अनुसार एडजस्ट करें और भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा के दौरान इन्हें अर्पित करें।
खरना पर इन नियमों का रखें ख्याल
Kharna Prasad Chhath Puja 2023 खरना तैयार करने में और पूजा के दौरान निम्नलिखित नियमों का पालन करना उचित होता है।
- शुद्धता: खरना बनाने में और पूजा के दौरान शुद्धता का पालन करें। हाथ धोकर और साफ सुथरे बर्तनों का उपयोग करें।
- व्रत का पालन: व्रत के नियमों का पूरी तरह से पालन करें और उपयुक्त भोजन का आहार बनाएं।
- स्थानीय परंपराओं का आदर: स्थानीय परंपराओं के अनुसार खाना बनाएं और पूजा में शामिल करें।
- शांति और ध्यान: खाना तैयार करते समय और पूजा के दौरान शांति और ध्यान बनाए रखें।
- प्राकृतिक अन्नों का उपयोग: प्राकृतिक और सात्विक अन्नों का उपयोग करें, जैसे कि फल, सब्जियां, और दालें।
- अद्भुतता और साधना: खरना को अद्भुतता और साधना के साथ तैयार करें ताकि यह पूजा में शामिल होने वाले विशेष समय पर अद्भुत लगे।
- मौन और साधना: पूजा के समय मौन और साधना का पालन करें, ताकि आप ध्यान में रह सकें।
- समर्पण: खरना बनाने और पूजा के दौरान समर्पण और भक्ति के साथ कार्य करें।
इन नियमों का पालन करके आप अपने खाने को पूर्वाग्रहित कर सकते हैं और पूजा को सांस्कृतिक और धार्मिक भावना के साथ सम्पन्न कर सकते हैं।
सारांश
मैं आशा करती हूँ की Kharna Prasad Chhath Puja 2023 लेख की जानकारी पसंद आई होगी यदि आपको यह हमारी जानकारी पसंद आई है तो आप इसे लाइक करें अपने दोस्तों के साथ शेयर करें