PM Artificial Intelligence 2023 :- भारत की भूमिका आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में वैश्विक समुदाय में महत्वपूर्ण हो सकती है। इस सम्मेलन से नए उत्पादों, नीतियों, और विचारों का साझा होना और अधिक वैश्विक सहयोग की स्थापना हो सकती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक तकनीकी क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर सिस्टमों को मानव बुद्धिमत्ता की तरह कार्रवाई करने की क्षमता प्रदान की जाती है। यह सिस्टम स्वयं सिखने की क्षमता रखते हैं और नए जानकारी को प्रोसेस करने, समझने, और सहयोग करने की क्षमता होती है। AI विभिन्न कारगर उपयोगों में लागू हो रहा है, जैसे कि स्वतंत्र गाड़ियों, चिकित्सा तंत्र, वित्त, और खुदाई के क्षेत्र में।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वैश्विक भागीदारी शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे PM Artificial Intelligence 2023
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (PM Artificial Intelligence 2023) विभिन्न उपकरणों का निर्माण करने और समस्याओं का समाधान करने के लिए भी इस्तेमाल होता है, जैसे कि रोबोटिक्स, भाषा प्रोसेसिंग, और बड़े डेटा विश्लेषण में। यह समझाने में सहायक हो सकता है कि कौनसा डेटा महत्वपूर्ण है और कौनसा नहीं, जिससे नए और अच्छे निर्णय लिए जा सकते हैं। आगे बढ़कर, AI की विकास से समाज में विभिन्न क्षेत्रों में सुधार हो सकता है।
इस सम्मेलन के माध्यम से भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (PM Artificial Intelligence 2023) में नए उदार और सुरक्षित समाधानों के लिए अग्रणी सोच और योजनाएं साझा की हैं। विशेषज्ञों की उपस्थिति से यहां एक साथीकृत समुदाय बना है, जो इस क्षेत्र में गति बढ़ाने का संकल्प कर रहा है। इस सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों का समूह होगा, जहाँ वे तकनीकी नवीनताओं, नीतियों, और अनुसंधानों पर चर्चा करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक सहयोग के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अग्रणी योगदान को प्रोत्साहित करना हो सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा शिखर सम्मेलन 2023 की मुख्य विशेषताएँ
मुख्य विशेषताएँ
- विशेषज्ञों का समूह: सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (PM Artificial Intelligence 2023) के क्षेत्र के विशेषज्ञों का एक बड़ा समूह होगा, जो नवीनतम तकनीक, सुरक्षा चुनौतियों, और समाधानों पर चर्चा करेगा।
- ग्लोबल भागीदारी: सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करना है, जिससे अधिक ग्लोबल भागीदारी संभव हो सके।
- नीतियाँ और सुरक्षा मामले: सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नीतियों और सुरक्षा मामलों पर विस्तृत चर्चा होगी, ताकि सुरक्षित और नैतिक तरीके से तकनीक का उपयोग हो सके।
- नए उदार समाधान: सम्मेलन से उम्मीद है कि यहां नए और उदार समाधान उत्पन्न होंगे जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सुरक्षितता को मजबूती से बढ़ाएंगे।
एआई प्रगति में जीपीएआई का विकास
एआई (Artificial Intelligence) में जीपीएआई (Generative Pre-trained Transformer) का विकास एक महत्वपूर्ण प्रगति है। जीपीएआई, विशेषकर GPT-3 (Generative Pre-trained Transformer 3) के रूप में, एक बहुपक्षीय स्वागती है जो सार्वजनिक सांविदानिक और निर्देशित शिक्षा के लिए प्रशिक्षित है। यहां कुछ मुख्य प्रगतियाँ हैं:
- भाषा समझने में सुधार: GPT-3 जैसे जीपीएआई मॉडल्स भाषा को समझने में महारत प्रदर्शित करते हैं और उसे नए रूप में प्रस्तुत करने में सक्षम होते हैं।
- स्वतंत्र सोच और निर्माण: ये मॉडल्स नए और आधुनिक विचारों को सृष्टि करने में मदद करते हैं, जिससे सोशल मीडिया, सांविदानिक उत्पादन, और अन्य क्षेत्रों में सुधार हो सकता है।
- सामाजिक संज्ञान: इन मॉडल्स ने विभिन्न सामाजिक संदर्भों में समझाया है कि कैसे भाषा और सांविदानिकता को समाहित किया जा सकता है और इसे सही संदर्भ में उपयोग किया जा सकता है।
जीपीएआई का विकास एआई के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की ओर एक कदम है, जिससे सुधारित सामग्री निर्माण, स्वतंत्र उत्पादन, और नई सोच की उत्पत्ति को संभावित बनाता है।
अनुसंधान संगोष्ठी “सार्वजनिक क्षेत्र के अनुप्रयोगों में जिम्मेदार एआई को आगे बढ़ाना”
“सार्वजनिक क्षेत्र के अनुप्रयोगों में जिम्मेदार एआई को आगे बढ़ाना” विषय पर एक अनुसंधान संगोष्ठी आयोजित करना एक महत्वपूर्ण पहल हो सकती है। इस संगोष्ठी में निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किया जा सकता है:
- सार्वजनिक सेवाओं में एआई का उपयोग: एआई को कैसे सार्वजनिक सेवाओं को अद्यतित और प्रभावी बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
- नैतिकता और सुरक्षा: सार्वजनिक क्षेत्र में एआई का उपयोग करते समय नैतिकता और सुरक्षा के मामलों पर कैसे ध्यान दिया जा सकता है।
- सामाजिक प्रभाव: एआई के अनुप्रयोगों का सामाजिक प्रभाव और लोगों के जीवन में कैसे सुधार हो सकती है।
- सहयोगी तंत्र की आवश्यकता: सार्वजनिक क्षेत्र में एआई को सहयोगी तंत्र के रूप में कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
इस संगोष्ठी के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र में एआई का सही और उचित उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस पर गहराई से चर्चा की जा सकती है।
कागजात और कठोर चयन प्रक्रिया
PM Artificial Intelligence 2023 “कागजात और कठोर चयन” प्रक्रिया का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में लोगों और संगठनों द्वारा किया जाता है, जैसे कि नौकरी लेने, पदों को भरने, और प्रोजेक्ट चयन में। यह एक विवादास्पद प्रक्रिया हो सकती है जिसमें आवेदकों का मौखिक और लिखित जाँच होती है।
इस प्रक्रिया में कुछ महत्वपूर्ण चरण शामिल हो सकते हैं |
- आवेदन पत्र और सीवी: आवेदकों को एक आवेदन पत्र और सीवी (यदि लागू हो) प्रस्तुत करना होता है।
- स्क्रीनिंग और चयन: आवेदनों का स्क्रीनिंग किया जाता है और उच्चतम योग्यता वाले उम्मीदवारों को चयन के लिए बुलाया जाता है।
- लिखित परीक्षा या कौशल मूल्यांकन: चयन प्रक्रिया के दौरान आवेदकों को लिखित परीक्षा या कौशल मूल्यांकन के लिए बुलाया जा सकता है।
- साक्षात्कार: उच्चतम योग्यता वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जा सकता है, जिसमें उनसे उनके कौशल, ज्ञान, और प्रोफेशनलिज्म के बारे में प्रश्न किए जाते हैं।
- निर्णय: आवेदकों की प्रदर्शन के आधार पर अंतिम चयन किया जाता है और उन्हें नौकरी, पद, या परियोजना के लिए चयनित किया जाता है।
इस PM Artificial Intelligence 2023 प्रक्रिया में गुणवत्ता, कौशल, और अनुभव की मूल्यांकन होता है ताकि सबसे उपयुक्त और योग्य उम्मीदवारों को चयन किया जा सके।
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सारांश
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